नमस्कार दोस्तों, आप इस आर्टिकल के माध्यम से विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (Vigyan Vardan ya Abhishap) लिख पायेंगे |
इस आर्टिकल के माध्यम से आप वर्तमान युग में विज्ञान कि भूमिका, विज्ञान का वरदान, विज्ञान का प्रकृति पर विजय, मनोरंजन , चिकित्सा, यातायात, औषधि व शल्य-चिकित्सा, संचार के क्षेत्र में विज्ञान का योगदान के बारे में जान पायेंगे |
भूमिका : आज का युग विज्ञान का युग है | आज विज्ञान ने हमारे जीवन को बाहर-भीतर दोनों ओर से प्रभावित किया है | इसने बाहर से हमारे सभी कार्यकलापों को अपने प्रभाव में लिया है, तो भीतर से इसने हमारे मनमष्तिक को अनुकूल बना लिया है | इस प्रकार से हम विज्ञान से हम पूर्ण रूप से प्रभावित होकर इसके अनुकूल होने के लिए पूरी तरह बाध्य हो चुके हैं |
इस संदर्भ में यह भी कहना है कि विज्ञान ने आज इतनी उन्नति कर ली है कि यदि आदिकालीन मनुष्य पृथ्वी पर आ जाए तो उसे विश्वास ही नहीं होगा कि वह पृथ्वी पर हैयहां सब कुछ पहले जैसा ना होकर कैसे बदल गया |
विज्ञान का वरदान स्वरुप : विज्ञान चुनौती अब शेशयावस्था को पार कर चुकी है | आप वह यौवनावस्था अवस्था में आ चुकी है | फलत: उसने अपनी चरम उन्नति कर ली है | इस तथ्य की पुष्टि में संक्षिप्त रूप में इतना कहा जा सकता है कि अब इसमें दूसरे विधाता का नाम और स्थान स्थापित कर लिया है |
टेस्ट ट्यूब से संतान की प्राप्ति करने से लेकर आकाश पाताल के गंभीर रहस्यों का ज्ञान प्राप्त करने तक विज्ञान ने अब मनुष्य को सृष्टि का दूसरा ब्रह्मा सिद्ध कर दिया है | आज विज्ञान का स्वरूप और उसके कार्य अनंत है | इसने संपूर्ण सृष्टि को प्रभावित और चमत्कृत कर दिया है |
यंत्र तंत्र सर्वत्र : आज विज्ञान यंत्र तंत्र सर्वत्र वर्तमान है | दूसरे शब्दों में इसने एक साथ ही थल, वायु और जल पर समान रूप से अधिकार प्राप्त कर लिया है | विज्ञान के सर्व व्यापकता और सार्वभौमिकता इस दृष्टि से भी सिध्द होती है कि इसने जीवन के भीतरी और बाहरी स्वरूपों को भलीभांति प्रभावित किया है |
प्रकृति पर विजय : अपनी सर्व व्यापकता को प्रभावशाली बनाने के लिए | विज्ञान में प्रकृति के सभी स्वरूपों को प्रभावित किया है | आज विज्ञान का ही यह प्रभाव है कि आकाश और पाताल के रहस्य एक -एक कर के खुलते जा रहे है | प्रकृति पर अपने विजय पताका फहराते हुए विज्ञानं ने दूसरे विधाता के रूप में पहचान प्रस्तुत किया है |
इसने जल थल और वायु पर अपना अधिकार प्राप्त कर लिया है | इसके लिए इसमें विभिन्न जलयान से लेकर दूरबीन जैसी चीजों की खोज करके जल के विषय में अपने ज्ञान की अपार वृद्धि कर ली है | इसी तरह इसमें विभिन्न प्रकार की संचार अनुसंधान सहित कई सुविधाओं को अर्जित करके अपने कौशल का परिचय दिया है |
पथ्वी पर विज्ञान में धूम मचा रखी है | बिजली के आविष्कार ने विज्ञान की सर्वाधिक गति और उसकी अन्य क्षमताओं का आकर्षक और रोमहर्षक परिचय दिया है | आज बिजली की सहायता से हम पलक झपकते ही बहुत दूर निकल जाते हैं | सैकड़ो किलोमीटर की दूरी तय करने में कुछ ही समय लगते हैं | बैठे -बैठे हम असाधारण और असंभव सा लगने वाला काम आसानी से पूरा कर लेते हैं |
इस दृष्टि से बिजली का आविष्कार आज का विज्ञान का एक ऐसा अविष्कार है जिसके बिना हम निष्प्राण सकते हैं | इसके बिना हमारा कोई कार्य पूरी तरह से ना संपादित हो सकता है और ना उसके अगले कदम की परी परिकल्पना ही की जा सकती है | यही कारण है आज विज्ञान का सर्वाधिक आधार बिजली ही है|
मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान– मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान सचमुच में वरदान सिद्ध हुआ है। उसने हमारे लिए अपेक्षित मनोरंजन के साधनों को उपलब्ध कराया है। इस दृष्टि से दूरदर्शन की भूमिका सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है। इसके विभिन्न चैनलों से हम मनचाहे कार्यक्रमों को देख-देख कर के अपना पूरा मनोरंजन कर सकते हैं। चलचित्र, वीडियो गेम, फोटो कैमरा, टेपरिकार्ड, वी.सी.आर. वी.डी.ओ. कैसेट आदि विज्ञान प्रदत्त मनोरंजन के श्रेष्ठ साधन हैं।
चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान– विज्ञान ने चिकित्सा के क्षेत्र में अद्भुत प्रगति की है। इसने विभिन्न प्रकार की शल्य चिकित्सा करके हमारे जीवन को बड़ा ही सुखमय बनाने के अवसर प्रदान किए हैं। एक्स रे के द्वारा शरीर के भीतरी सूक्ष्माति सूक्ष्म रोगों का दर्शन बड़ी सहजतापूर्वक हो जाता है। आज के विज्ञान ने ब्रेन ट्यूमर, कैंसर, क्षयरोग, टेटनस आदि प्राणघातक असाध्य रोगों को भी साध्य बना करके हमारे जीवन को पूर्णतः स्वस्थ रहने में योगदान प्रदान किये हैं।
यातायात के क्षेत्र में विज्ञान-आज विज्ञान ने यातायात के क्षेत्र में अपने प्रभाव को फैला दिया है। आज विज्ञान के द्वारा मनुष्य कुछ ही समय में हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर लेते हैं। रेलगाड़ी, हवाई जहाज, हेलीकापटर आदि विज्ञान की अद्भुत देन है। मालवाहक साधन भी विज्ञान ने एक से एक बढ़कर प्रदान किए हैं। ट्रक, मालगाड़ी, टैम्पू हवाई जहाज प्रमुख मालवाहक साधन हैं।
औषधि व शल्य-चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान-औषधि और चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान ने अद्भुत साधन प्रदान किए हैं। इस दृष्टि से असाध्य से असाध्य रोगों के निदान के लिए विभिन्न प्रकार की औषधियों की विज्ञान ने खोज की है। बिल्कुल असाध्य रोगों के निदान के लिए विज्ञान ने अद्भुत शल्य-चिकित्सा उपलब्ध करा दिया है। इस दृष्टि से ‘एक्सरे’ की खोज विज्ञान की सचमुच में एक अद्भुत खोज है। इससे शरीर के अति सूक्ष्म भागों के आसान से चित्र आ जाते हैं।
संचार के क्षेत्र में विज्ञान-विज्ञान ने हमें विभिन्न प्रकार की संचार सुविधाएं प्रदान किए हैं। ‘वायरलेस’ इस दृष्टि से विज्ञान की सर्वाधिक देन है। इससे हम कहीं भी संदेश भेज सकते हैं और कहीं से प्राप्त कर सकते हैं। रेडियों, दूरदर्शन, टेपरिकार्ड, टेली प्रिन्टर आदि विज्ञान के ऐसे साधन हैं जिन से हम समाचार प्राप्त करने के साथ-साथ खूब मनोरंजन भी करते हैं।
उपसंहार-आज विज्ञान सचमुच में हमारे जीवन के लिए एक अपूर्व और अद्भुत वरदान सिद्ध हो रहा है। यह वास्तव में मनुष्य द्वारा उत्पन्न किया गया मनुष्य के लिए बेजोड़ महावरदान स्वरूप हमारी सम्पूर्ण सृष्टि को प्रभावित कर रहा है। भविष्य में भी यह महावरदान स्वरूप सिद्ध होता रहे, इसके लिए यह नितान्त आवश्यक है कि इसके कल्याणकारी पक्ष को ही अपने जीवन में उतारते चलें।
जहाँ और जैसे ही हम इस विनाशकारी और विध्वसंक रूप से लापरवाह और अनजान होंगे, वहीं और वैसे ही यह हमारा विज्ञान हमें विनाश की ओर धकेल देगा। प्रभाव से हम पलक झपकते ही न जाने कितनी उर्जा प्राप्त कर लेते हैं। बिजली वास्तव में बिजली हमारे लिए ‘अल्लादीन का चिराग’ सिद्ध हो रही है। यह बिजली का ही चमत्कार है कि केवल हम बटन दबाकर अपनी इच्छानुसार अपने कार्यों को पूरा कर डालते है |
इस दृष्टि से यह कहना किसी प्रकार से असंगत नहीं होगा कि बिजली विज्ञान की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण और सर्वोपरि देन है। दूसरे शब्दों में बिजली विज्ञान की सबसे बढ़कर क्षमता और कला है।
विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध pdf| Vigyan Vardan ya Abhishap
इस प्रकार आप आसानी से विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (Vigyan Vardan ya Abhishap) लिख सकते है |